logo

FX.co ★ EUR/USD: यूरो पर दवाब फिर से लौट रहा है । फेडस ने बिजनस कन्डिशन को ढील दी है

EUR/USD: यूरो पर दवाब फिर से लौट रहा है । फेडस ने बिजनस कन्डिशन को ढील दी है

इमरजेंसी असिस्टेंस प्रोग्राम में €1.35 ट्रिलियन की बढ़त की खबर के बाद से यूरो में जो बढ़त दिखी थी वह धीमी होती जा रही है। कल जर्मनी के औद्योगिक उत्पाद पर प्रकाशित हुए डेटा से ट्रेडर्स में उत्साह कम दिखा, क्योकि आंकड़ो के हिसाब से कोरोनोवायरस महामारी के बाद उज्ज्वल भविष्य और त्वरित आर्थिक सुधार पर सवाल उठ रहा है।

EUR/USD: यूरो पर दवाब फिर से लौट रहा है । फेडस ने बिजनस कन्डिशन को ढील दी है

क्वारंटाइन प्रतिबंधों में ढील के बाद से इस साल मई में सुधार देखने को मिल सकता है। हालाँकि, क्राइसिस के पहले वाले स्तर पर पहुँचने की उम्मीद कम हीं रखनी चाहिये, क्योंकि विशेषज्ञों के अनुसार भी पूरी तरह से रिकवरी में कई साल लग जायेंगे। इसके साथ हीं, इस परफेक्ट स्थिति के लिये भी कई शर्तें हैं क्योंकि यह तभी संभव हो पायेगा जब वायरस की दूसरी लहर नही आये और क्वारंटाइन प्रतिबंधों को दुबारा लागू किया जाये।

कई जर्मनी मैनुफैक्चरिंग कम्पनी में भी आर्थिक गतिविधियों में कमी दिखने के आसार हैं। खासकर दो से तीन महीनों के बीच दवाब काफी ज्यादा रहने की उम्मीद है और 50 पॉइंट के ऊपर पहुँचने की उम्मीद कम है। इफ़ो इंडस्ट्री के द्वारा किये गए सर्वे के अनुसार उम्मीद थोड़ी कम है, यह अप्रैल में -51.0 अंक से मई में -20.4 अंक हो गयी है।

उत्पाद की बात करें तो कल प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार जनवरी 1991 से इंडेक्स में बड़ी कमी दिखाई पड़ी है, इस साल अप्रैल में इंडीकेटर में 17.9% की कमी दिखाई दी, यह अनुमानित 16.8% से काफी कम था। पिछले साल इसी समय के आंकड़ो की तुलना करें तो इंडेक्स 25.3% गिर गया। मैनुफैक्चरिंग आउटपुट में भी 22.1% की कमी देखी गयी जिसमे ऑटोमोटिव इंडस्ट्री पर सबसे बुरा प्रभाव पड़ा और उत्पाद 74.6% गिर गया।

EUR/USD: यूरो पर दवाब फिर से लौट रहा है । फेडस ने बिजनस कन्डिशन को ढील दी है

ऐसी डेटा के कारण मार्केट के प्रतिभागियों की सकारात्मक सोच पर भी असर डाला, इससे EUR/USD जोड़े में नीचे की तरफ सुधार देखने को मिला। हालाँकि, कुछ विशेषज्ञों के अनुसार PEPP पान्डेमिक इमरजेंसी रेस्पांस प्रोग्राम के तहत बॉन्ड की खरीद में उछाल से रिस्की एसेट की मांग में भी बढ़ोतरी होगी, लेकिन अभी इसपर भरोसा करना जल्दीबाजी होगी। इसके साथ हीं, यूरोपियन कमीशन के द्वारा €750 बिलियन प्रोग्राम भी फिर से शुरू होने जा रहा है, और यह यूरोजोन अर्थव्यवस्था में एक गहरी मंदी और डिफ्लेशन के लिए एक अच्छी प्रतिक्रिया होगी।

इसी बीच अमेरिका में बिज़नेस सपोर्ट प्रोग्राम और उधार के क्रम में फेड द्वारा महत्वपूर्ण परिवर्तनों की एक श्रृंखला को अपनाया गया था। फेड ने कल उधार कॉन्ट्रिब्यूशन को कल हल्का कर दिया, जिसमें ऋण की न्यूनतम राशि $ 500,000 से घटाकर $ 250,000 कर दिया गया। लोन के साइज और इसके चुकता करने की शर्तों को भी बढ़ा दिया गया था, इससे कोरोनावायरस महामारी के बाद व्यवसायों की रिकवरी में मदद होगी।

बजट डेफिसिट की बात करें तो अमेरिकी बजट प्रशासन ने कल एक रिपोर्ट प्रकाशित की जिसमें खुलासा हुआ कि वित्तीय 2020 में फ़ेडरल बजट डेफिसिट अब लगभग $ 2 ट्रिलियन पहुँच चुका है। इस साल मई के महीने में अमेरिकी सरकार की रेवेन्यू में 25% की कमी पाई गई, और इसके साथ हीं खर्चों में 53% की बढ़ोतरी हुई। लेकिन किसी का भी ध्यान इस तरफ नही है क्योंकि अभी कोरोनोवायरस महामारी के आर्थिक प्रभावों से निपटना हीं प्राथमिक है।

व्यापक आर्थिक आंकड़ों के लिए, अमेरिकी अर्थव्यवस्था की स्थिति पर कल प्रकाशित रिपोर्ट मार्केट को बहुत प्रभावित नहीं करती है। कॉन्फ्रेंस बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, मई 2020 में रोजगार का इंडेक्स थोड़ा कम हो गया और अप्रैल में इसके 42.53 मूल्य के मुकाबले 46.28 अंक हो गया। पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में, सूचकांक में 57.9% की कमी हुई। पिछले साल अमेरिकी श्रम विभाग की रिपोर्ट में अप्रैल में 2.5 मिलियन की वृद्धि हुई है, और पहले से ही काम पर लौटने वाले लोगों की संख्या देश में नए छंटनी की संख्या से अधिक थी, इस तरह के आंकड़े आश्चर्यजनक नहीं थे। इसके अलावा, अमेरिकी अर्थव्यवस्था के बारे में अमेरिकियों मे आशावाद भी बढ़ रहा है, जैसा कि फेडरल रिजर्व बैंक ऑफ न्यूयॉर्क की रिपोर्ट से स्पष्ट होता है।

वर्ल्ड बैंक ने भी वैश्विक अर्थव्यवस्था पर अपना सबसे लेटेस्ट फोरकास्ट प्रकाशित किया जिसमे 2020 में करीब 5.2% की वृद्धि और 2021 में 4.2% की वृद्धि का अनुमान किया है। इसी बीच अमेरिकी अर्थव्यवस्था में करीब 6.1% की कमी का अनुमान है और चीन की अर्थव्यवस्था 1% से बढ़ेगी। और यूरोज़ोन में, ECB के द्वारा प्रकाशित सभी वित्तीय सहायता के बावजूद अर्थव्यवस्था 2020 के साल में 9.1% से कम होने का अनुमान है।

EUR/USD जोड़े के टेक्निकल तस्वीर की बात करें तो रिस्की एसेट की मांग में कमी आने के आसार हैं जिससे ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट में ।नीचे की तरफ सुधार के आसार हैं। 1.1265 के सुपोर्ट लेवल से ब्रेकआउट के कारण जोड़े पर दवाब बढ़ेगा जिससे सुपोर्ट लेवल 1.1200 और 1.1130 तक नीचे की ओर सुधार देखने को मिल सकता है। इसीलिए, बुलिश मूड बनाये रखने के लिये बुल्स को 1.1325 के कोट पर लौटना होगा और इसे कंसोलिडेट करना होगा जो काफी मुश्किल होने वाला है, क्योंकि यूरोज़ोन की जीडीपी पर आज एक बुरे रिपोर्ट के प्रकाशित होने की संभावना है। 1.1325 से ब्रेकआउट होने से हीं कोट्स अपनी साप्ताहिक ऊँचाई 1.1375 को छुएंगे, इसपर अपडेट होने के बाद रेसिस्टेंस लेवल 1.1460 और 1.1520 पर मूवमेंट दिखेगा।

*यहाँ दिया गया बाजार का विश्लेषण आपकी जागरूकता को बढ़ाने के लिए है, यह ट्रेड करने का निर्देश नहीं है
लेख सूची पर जाएं इस लेखक के लेखों पर जाएं ट्रेडिंग खाता खोलें