बिटकॉइन फिर से चर्चा में है! इसकी मांग लगातार बढ़ रही है। जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों, जिनका नेतृत्व निकोलाओस पनिगिर्त्ज़ोग्लू कर रहे हैं, के अनुसार बिटकॉइन में बढ़ती रुचि अमेरिकी डॉलर में 4%-5% की गिरावट और अमेरिकी ट्रेजरी बांड की वास्तविक यील्ड में तेज गिरावट से जुड़ी है। बांड की यील्ड कुछ ही हफ्तों में 50-80 बेसिस पॉइंट्स तक गिर गई है।
विशेषज्ञों का अनुमान है कि प्रमुख क्रिप्टोक्यूरेंसी की मांग शुरुआती अपेक्षाओं से अधिक हो गई है। इसका श्रेय कई कारकों को दिया जा सकता है, जिसमें बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव, मुद्रास्फीति के प्रति बढ़ती आशंकाएं, विकसित देशों में बजट घाटा, और उभरते बाजारों में फिएट मुद्राओं के प्रति बढ़ती अविश्वास शामिल है।
इन चार कारणों ने एक विशिष्ट वित्तीय परिदृश्य को आकार दिया है। इस संदर्भ में, जेपी मॉर्गन ने जोर देकर कहा कि कई निवेशक अपने पूंजी को सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षित परिसंपत्तियों की तलाश कर रहे हैं।
इससे पहले, ट्रेडिंग फर्म QCP कैपिटल के विश्लेषकों ने क्रिप्टोक्यूरेंसी बाजार पर राजनीतिक प्रभाव का आकलन किया था। उनका मानना है कि ईरान-इज़राइल संघर्ष के बावजूद, बिटकॉइन 2024 के अंत तक $110,000 तक पहुंच सकता है।